सोमवार को लोकसभा में एक बिल पेश किया गया है जिसमें उप-राज्यपाल को ज्यादा अधिकार दिए जाने का प्रावधान है। इसके बाद से ही केंद्र की बीजेपी सरकार और दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार आमने-सामने है। आम आदमी पार्टी के विधायक और मंत्री आज जंतर-मंतर पर इस बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। कांग्रेस भी इस बिल के खिलाफ आज जंतर-मंतर पर धरना देगी।
AAP सांसदों ने संसद परिसर में किया विरोध प्रदर्शन
NCT ऑफ दिल्ली (अमेंडमेंट) बिल, 2021 के खिलाफ आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और सुशील गुप्ता ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। आप सांसद सुशील गुप्ता के हाथ में जो पोस्टर है उसमें लिखा है- ‘सुप्रीम कोर्ट कहता है कि सीएम की सरकार है, अमित शाह कहता है कि LG की सरकार है।’ वहीं, संजय सिंह के हाथ में जो पोस्टर है उसमें लिखा है- ‘MCD में हो गए जीरो तो फिर क्यों बनते हो हीरो।’

कांग्रेस ने बताया ‘काला कानून’
कांग्रेस ने कहा कि इस बिल से दिल्ली के लोगों की शक्तियां छीन ली जाएंगी। कांग्रेस ने इसे ‘काला बिल’ बताया है और आज इसके खिलाफ जंतर मंतर पर धरना भी देगी। पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार के पास पहले से ही जमीन और पुलिस को लेकर कोई ताकत नहीं है, यह बिल उसे और कमजोर करेगा।
बिल में ऐसा क्या है जिस पर हो रहा विवाद
NCT ऑफ दिल्ली (अमेंडमेंट) बिल, 2021 में कहा गया है कि सरकार को केाई भी फैसला लागू करने से पहले एलजी की ‘राय’ लेनी होगी, इनमें वह फैसले भी शामिल हैं जो मंत्रिमंडल करेगा। एलजी उन मामलों को तय कर सकेंगे जिनमें उनकी ‘राय’ मांगी जानी चाहिए। विधानसभा के बनाए किसी भी कानून में ‘सरकार’ का मतलब एलजी होगा। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस बिल को ‘अंसवैधानिक और अलोकतांत्रिक’ करार दिया है। वहीं, बीजेपी का कहना है कि इससे कोऑर्डिनेशन आसान हो जाएगा।