वहीं, दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि हर साल हमारी सरकार एक नए विजन के साथ आती है। कोरोना के दौर से गुजरने के बाद लोगों को लगा था कि पता नहीं इस बार क्या होगा, लेकिन अच्छे प्रबंधन, ईमानदारी की वजह से हम आगे बढ़ने की काबिलियत रखते हैं और इस बार का बजट उसका एक बेजोड़ उदाहरण है। लेकिन, आजादी के 75 साल बाद आज देश के सामने एक नया संकट उभरा है, असली देशभक्त और नकली देशभक्त का। कुछ लोग देशभक्ति का सर्टिफिकेट बांट रहे हैं। जब 1857 में अंग्रेजों के खिलाफ लोग राष्ट्रवाद के लिए लड़-मिट रहे थे तब उनके अंदर मोहब्बत का राष्ट्रवाद था और मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि नए भारत का निर्माण भी मोहब्बत के दम पर ही हो सकता है।
बजट पर चर्चा करते हुए मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा- देशभक्ति बजट के लिए सरकार को शुक्रिया, यह नए भारत के निर्माण की परिकल्पना है। इससे हमारे युवाओं में एक भाव पैदा हो, हम समझें कि हम सभी इंसान हैं। जाति-पाति के नाम पर जो भेदभाव हो रहा है, उसे भूल जाएं। हमारे पूर्वजों ने जो सपना देखा था, आज वैसा भारत बनाना है तो हमें मिलकर एक साथ चलना होगा। इस बजट में किसी के साथ भेदभाव नहीं किया गया है, किसी के साथ पक्षपात नहीं हुआ है। क्वॉलिटी एजुकेशन, स्वास्थ्य, के जरिए ही बेहतर समाज का निर्माण हो सकता है।